



बरेली में गौतम बुद्धा पार्क के अधिग्रहण की सूचना से भगवान तथागत बुद्ध की अनुयाइयों आक्रोश में आ गए है। इस मामले में बुद्ध के अनुयायियों ने अपना विरोध जताते हुए कलक्ट्रेट गेट पर प्रदर्शन कर गौतम बुद्ध पार्क की स्थिति यथावत रखने की मांग की है। दरसल एक मीडिया हाउस के अखबार में छपी खबर पढ़कर को पिछले कई दिनों से शहर के बुद्ध के अनुयाई आक्रोशित है। खबर में यह बताया गया है कि गांधी उद्यान के सामने चौराहे का विस्तारीकरण के चौराहे के मध्य नटराज मुद्रा में प्रतिमा लगाई जायेगी ।इस संबंध में उच्चाधिकारियों ने बीडीए के अधिकारियों को निर्देशित किया गया। इसके बाद से बुद्ध के अनुयाइयों ने कुछ दिनों से बुद्ध पार्क में बुद्ध वंदना शुरू कर दी है। आज इसी संबंध में मंगलवार को गौतम बुद्धा पार्क समन्वय संघर्ष समिति ने कलेक्ट्रेट आकर एक ज्ञापन मंडलायुक्त को संबोधित एसीएम प्रमोद कुमार को ज्ञापन सौंपा । जिलाध्यक्ष हरिपाल सिंह एवं जगदीश प्रसाद राष्ट्रीय बौद्ध महासभा की अगुवाई में ज्ञापन दिया गया।
इस मौके पर जगदीश बाबू ने कहा कि शहर में 50 सालों से गौतम बुद्ध पार्क नगर निगम में अंकित है। 25 वर्षो से बुद्ध की प्रतिमा पार्क में स्थापित है। इस पार्क में बुद्ध के अनुयाई प्रशासन ने अनुमति लेकर अपने धार्मिक करते रहे है। उनकी मांग है कि प्रशासन पार्क के साथ विस्तारीकरण के नाम पर पार्क के साथ छेड़छाड़ नहीं करे बल्कि सौन्दर्यकरण कराए।
वही बुद्ध के अनुयाई ठाकुर दास प्रेमी ने कहा कि भारत की विश्व मे पहचान बुद्ध से है। उनकी मांग है कि पार्क के को चौराहे के विस्तारीकरण के नाम पर अधिग्रहण नहीं किया जाए। यह पार्क बुद्ध के अनुयायियों की आस्था से सीधे जुड़ा है।