बरेली । कैंट थाना क्षेत्र में 29 सितंबर को पूर्व एमईएस कर्मचारी की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने मृतक के पोते प्रशांत कश्यप को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक प्रशांत कश्यप ने अपने दादा की नॉन बेज बनाने के विरोध के चलते की थी। पुलिस ने यह भी बताया कि 29 सितंबर को अज्ञात व्यक्ति द्वारा वादी के पिता द्वारिका प्रसाद की गला दबाकर हत्या कर देने व शव को गड्डे में डाल देने के सम्बन्ध में पंजीकृत कराया गया था। इसके बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट और विवेचना के आधार पर प्रशान्त कश्यप (19 ) नवीनगर का नाम प्रकाश में आया जिसे साक्ष्य के आधार पर उसके घर नवीनगर से गिरफ्तार किया गया।
इसके बाद हत्यारोपी प्रशान्त कश्यप ने घटना को स्वीकार करते हुए बताया कि वह अपने दादा द्वारिका प्रसाद के साथ रहकर कासिम मोटर मैकेनिक सदर बाजार कैण्ट में मोटर मैकेनिक का काम भी सीखता था। इस दौरान वह नशा के साथ मीट खाने का आदी हो गया। वह दादा की डांट से बचने के लिए नदी पर कभी कभी मीट बना लिया करता था । पर उसके दादा द्वारिका प्रसाद मीट बनाने को मना करते थे। 29 सितंबर को अपने दादा की गैर मौजूदगी में उसने मढ़ी पर मीट बनाया था , इस बात का उसके दादा को पता चल गया। और दोनों में इसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। सीओ पंकज श्री वास्तव ने बताया कि 28 सितंबर की शाम को हत्यारोपी प्रशान्त ने अपने दादा की मढी पर मीट लेकर आया था । यह देखकर उसके दादा मृतक द्वारिका प्रसाद मना किया ,इसी बात को लेकर प्रशान्त के दादा द्वारका प्रसाद ने उसके साथ गाली गलौच की थी । उस दिन प्रशान्त ने केप्टन गोगो का नशा कर रखा था ।
जब उसके दादा द्वारिका प्रसाद चबुतरे की सफाई कर रहे थे उसी समय प्रशान्त ने जान से मारने की नियत से उनके गले को दोनो हाथो से दबा दिया और दम घुटने के कारण उनकी मृत्यु हो गई। वहीं साक्ष्य को छिपाने के लिए हत्यारोपी प्रशान्त ने शव को खीचकर मढ़ी के पीछे गड्डे डाल दिया ताकि घर वालों को इसकी जानकारी न हो इसलिए मृतक द्वारिका प्रसाद को ढूंढने का उसने झूठा नाटक किया। सीओ पंकज श्री वास्तव ने कहा कि हत्यारोपी प्रशान्त कश्यप को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश करने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।