भाजपा ने लोकतंत्र सेनानियों को किया सम्मानित

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  • भाजपा के नेताओं ने आपातकाल को लेकर कांग्रेस पर साधा निशाना 
  • लोकतंत्र सेनानियों ने आपातकाल को बताया लोकतंत्र की हत्या 
बरेली। भारतीय जनता पार्टी कार्यालय पर आपातकाल को लेकर विचार गोष्ठी आयोजित कर  लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान किया गया। विचार गोष्ठी में मुख्य वक्ता लोकसभा प्रवासी देवेंद्र सिंह चौधरी ने कहा लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान हमेशा भारतीय जनता पार्टी ने किया है और निरंतर करते रहेंगे। भारतीय लोकतंत्र और राजनीति के सबसे दुखद और काला अध्याय के रूप में आपातकाल के विरोध में उठी  प्रत्येक आवाज को सादर नमन किया।  उन्होंने यह भी कहा जिस तरह से अत्याचार किया गया वह निंदनीय था। हम सबको भी लोकतंत्र सेनानियों से सीख मिलती है कि उन्होंने किस तरह से संघर्ष किया निवर्तमान सांसद धर्मेंद्र कश्यप ने कहा आपातकाल लगाना और अत्याचार करना बड़े दुख की बात है मैं ऐसे लोकतंत्र सेनानियों को नमन करता हूं।
जिला पंचायत अध्यक्ष रश्मि पटेल ने आपातकाल के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए लोकतंत्र सेनानियों को नमन किया।महापौर डॉक्टर उमेश गौतम ने सभी लोकतंत्र सेनानियों को नमन करते हुए कहा 25 जून को  हमेशा काला दिवस के रूप में मनाया जाएगा और भारतीय जनता पार्टी लोकतंत्र सेनानियों को पूर्ण सम्मान देती है और निरंतर  सम्मान देती रहेगी।कैंट विधायक संजीव अग्रवाल ने लोकतंत्र सेनानियों को नमन करते हुए कहा आप लोगों का संघर्ष और आपातकाल के दौरान आप लोगों ने जिस तरह से पीड़ा को साह  है उसकी हम लोग कल्पना भी नहीं कर सकते,अनिल कुमार एडवोकेट ने भी लोकतंत्र सेनानियों के बारे में विस्तार से चर्चा की। लोकतंत्र रक्षक सेनानी वीरेंद्र कुमार अटल ने आपातकाल पर बोलते हुए कहा की 25 जून 1975 की आधी रात में तत्कालीन प्रधानमंत्री ने सत्ता पर काबिज रहने की गरज से लोकतंत्र की हत्या कर दी गई।
उन्होंने कहा कि तानाशाही के खिलाफ और लोकतंत्र की बहाली के लिए देश के लाखों छात्रों युवाओं किसानों और मजदूरों ने संघर्ष किया। आपातकाल की पटकथा तो 12 जून 1975 को लिख दी गई थी। इसी दिन इलाहाबाद हाई कोर्ट के जस्टिस जगमोहन लाल सिन्हा ने रायबरेली से लोकसभा का चुनाव जीती श्रीमती इंदिरा गांधी का चुनाव अवैध घोषित कर दिया। उन पर अगले 6 वर्ष तक चुनाव न लड़ने का प्रतिबंध भी लगाया गया। यह वह दौर था जब सरकारी जुल्म और ज्यादती का पूरा देश शिकार बन गया था। उसकी मिसाल मिलना कठिन है। उन्होंने पार्टी के सभी नेताओं से कहा कि इमरजेंसी देश के किसी प्रदेश की सरकार ने नहीं लगाई थी। आपातकाल केंद्र सरकार ने लागू किया था। वर्तमान केंद्र सरकार आपातकाल के योद्धाओं को सम्मानित करते हुए स्वतंत्रता सेनानी जैसी सुविधाएं प्रदान कर लोकतंत्र सेनानियों का आशीर्वाद ले।
उन्होंने कहा कि आपातकाल के दौरान बरेली जिला जेल में भी जब भारतीय जन संघ के कार्यकर्ता फालतू गंज निवासी चेतराम लोधी की किला थाना पुलिस द्वारा की गई पिटाई के कारण जेल में ही उनकी मृत्यु हो गई थी। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं का आवाहन किया कि वह पिछला इतिहास से सीख लेते हुए देश और समाज के लिए भी कुछ करें।राजेंद्र पाल सिंह, सुमंत महेश्वरी, गुरमेल सिंह, विनोद कुमार गुप्ता, महेश सक्सेना, बाबूराम गंगवार, डॉ वीरेंद्र कुमार, श्रीमती राकेश देवी, श्यामा देवी, मंगला देवी दयाराम सहित 50 लोकतंत्र रक्षक सेनानी और आश्रितों को सम्मानित किया गया कार्यक्रम का संचालन प्रभु दयाल लोधी ने किया इस मौके पर प्रमुख रूप से लोकसभा प्रवासी  देवेंद्र सिंह चौधरी, नि वर्तमान सांसद धर्मेंद्र कश्यप, जिला पंचायत अध्यक्ष रश्मि पटेल, कैंट विधायक संजीव अग्रवाल, विथरी विधायक डॉ राघवेंद्र शर्मा, महापौर डॉक्टर उमेश गौतम, जिला अध्यक्ष पवन शर्मा, आदेश प्रताप सिंह, महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना, अनिल कुमार एडवोकेट, पूरनलाल लोधी, सोमपाल शर्मा, ब्लॉक प्रमुख योगेश पटेल,मीडिया प्रभारी बंटी ठाकुर, अंकित महेश्वरी, मेघनाथ कठेरिया, डॉ तृप्ति गुप्ता, विष्णु शर्मा, अजय चौहान, अजय सक्सेना, चंचल गंगवार, ओमवीर एवं कार्यकर्ता गण मौजूद रहे।

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