बरंगम 2024 के तीसरे दिन नाटक भुवनेश्वर दर भुवनेश्वर में एक साहित्यकार की पीड़ा का मंचन
बरेली। चित्राली थिएटर फाउंडेशन के अध्यक्ष मोहम्मद फाजिल खान ने बताया कि भुवनेश्वर के जीवन की अस्थिरता को समझने के लिए 1930 से 1945 तक के संघर्षशील, द्वंदपूर्ण वातावरण को समझना जरूरी है यह पूरे फलक पर बहुत कुछ विपन्नता का भीतर तक आंदोलित होने का दौर था। अंग्रेजी शासन ने जिस तरह देश … Read more