बरेली में बजट पर आई मिली जुली प्रतिक्रिया किसी ने किया पास तो किसी ना कहा कुछ नहीं खास

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बरेली।  केंद्रीय बजट को  वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जैसे ही संसद के सामने पेश किया तो  उम्मीद हो गई कि इस बार का बजट लोकलुभावन होगा और वित्तमंत्री बढ़ती हुई महंगाई से निजात दिलाने की कोशिश करेंगे। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। हालांकि लोगों को इस बात से यह रहत जरूर मिली कि इस बार कोई नया टैक्स जनता पर नहीं लगाया गया।  एक तरफ जनता अपने घरों पर टीवी के सामने बैठकर यह जानने की कोशिश में लगे रहे क्या क्या सस्ता हो रहा है तो वहीं उद्यमी वही एक जगह बैठकर बजट पर राय बनाते हुए दिखाई दिए। लोकभारती संवाददाता भीम मनोहर ने निर्मला सीतारमण द्वारा पेश बजट पर आम जनता और व्यापारियों एवं उद्यमियों एवं राजनेताओं  से बात की तो दोनों पक्षों से मिली जुली प्रतिक्रिया प्राप्त हुई।
देश के आम बजट पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए सपा महानगर अध्यक्ष शमीम खाँ सुल्तानी ने कहा यह औसत, दिशा हीन, भ्रामक और अदूर दर्शी बजट है। देश के सर्वाधिक आबादी वाले प्रदेश को इस बजट ने निराश किया है। भाजपा सरकार उत्तर प्रदेश में कम सीटों मिलने पर अपनी खींझ जनता पर उतार रही हैं। बजट में महिलाओं, नौजवानों और किसानों की अनदेखी की गई है।
घोर निराशा से भरा यह बजट है।

शमीम खाँ सुल्तानी
महानगर अध्यक्ष
समाजवादी पार्टी, बरेली
आज प्रस्तुत किए गए बजट 2024 में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विभिन्न क्षेत्रों में सुधार और विकास की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। पूंजीगत लाभ कर में सुधार, मानक कटौती में वृद्धि, और नई कर स्लैब्स की घोषणा से करदाताओं को राहत मिलेगी। बजट में एंजेल टैक्स को समाप्त करने, वायदा और विकल्प पर STT बढ़ाने, और पूंजीगत व्यय को 11.11 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ाने का प्रस्ताव है। महिलाओं और लड़कियों को लाभ पहुंचाने वाली योजनाओं के लिए 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक का आवंटन किया गया है, जबकि रोजगार, कौशल विकास, और MSME क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया गया है। ‘पूर्वोदय’ योजना के तहत पूर्वी राज्यों के सर्वांगीण विकास का लक्ष्य रखा गया है। प्राकृतिक खेती, जलवायु सहिष्णु बीज, और बायो-इनपुट रिसोर्स सेंटर्स के माध्यम से कृषि क्षेत्र में सुधार की पहल की गई है। पीएम आवास योजना शहरी 2.0, पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना, और रोजगार योजनाओं के माध्यम से समाज के विभिन्न वर्गों को लाभान्वित करने का प्रयास किया गया है। बजट में डिजिटल और तकनीकी सुधारों के साथ-साथ, ग्रामीण और शहरी विकास पर भी जोर दिया गया है। कुल मिलाकर, बजट 2024 विकास और समावेशी विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और निश्चित ही भारत को विकसित भारत बनाने में मदद करेगा।

राघवेंद्र सिंह
फैकल्टी एवं शोधार्थी
व्यवसाय प्रबंधन विभाग
महात्मा ज्योतिबा फुले रोहिलखंड विश्वविद्यालय
आज वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत बजट कर्मचारियों और सीनियर सिटीजन की आशाओं के अनुरूप नहीं है आयकर की न्यू रिजिम में दी गई छूट ऊंट के मुंह में जीरा  साबित होगी,सीनियर सिटीजन को उम्मीद थी कि कोरोना काल में बंद हुई रेल रियायत फिर से बहल होगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ,हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम पर जीएसटी में कोई राहत नहीं मिली है,घरेलू बचत बढाने के कोई उपाय न होने से मिडिल क्लास को झटका लगा है।

संजीव मेहरोत्रा ,
महामंत्री बरेली ट्रेड यूनियंस फेडरेशन

बजट एमएसएमई के लिहाज से बजट में अच्छा प्रावधान किया गया है। मुझे लगता है कि एमएसएमई  इंडस्ट्री को यू टर्न मिलेगा। इंटर्नशिप और स्किलिंग और अप्रेंटिस लिए सरकार द्वारा जो प्रावधान किया गया है। वह एक अच्छा फैसला है। जब वर्कर ज्ञानवान होगा  तो इनपुट  बेहतर मिलेगा।
दिनेश गोयल ,उद्यमी
बजट में  अच्छा यह लगा की  इस बार कोई नया टैक्स नहीं लगाया गया ,  यह सबसे अच्छी बात है। इसमें सबसे खास बात यह भी है कि मध्यम  युवा  इंडस्ट्री लगाना चाहते है तो उनके लिए सरकार आसान लोन देने की व्यवस्था भी कर रही है। सरकार  मुद्रा लोन 10 लाख से 20 लाख किया है यह बढ़िया सरकार  पहल है।
विमल रेवाड़ी ,  उद्यमी
इस बजट में सभी   क्षेत्रों को कवर किया गया है। एमएसएमई  हिसाब से कोई  नहीं आया बहुत अच्छी बात है। बजट  इंडस्ट्री के लिए गारंटी फण्ड दिया है यह भी एक अच्छी बात है। मुद्रा लोन को 10 से 20 लाख रूपए करना यह  सरकार  महत्वपूर्ण कदम है।  कुल  मिलाकर एक अच्छा बजट पेश किया गया है।
सलिल बंसल,  उद्यमी
सरकार बजट बेहद संतुलित है। यह बजट देश को  क्षेत्र में बढ़ाने का काम करेगा। इस बजट में कर्मचारियों के प्रोत्साहन देने के लिए  व्यवस्था की गई है। यह भी एक बेहतर सरकार का कदम है।
मयूर धीरवानी ,उद्यमी

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