शीशगढ़। लोकसभा चुनाव का तीसरा चरण जैसे जैसे नजदीक आ रहा है जनता अपने मुद्दे भी प्रत्याशियों के सामने रखने लगी है।चुनाव के समय तो जनता का इस्तेमाल केवल वोट के लिए किया जाता है।लेकिन चुनाव जीतने के बाद फिर कोई पलटकर नही देखता है। ऐसा ही एक मुद्दा शीशगढ़ कस्बे में डिग्री कॉलेज की स्थापना को लेकर है ।शीशगढ़ कस्बे की आबादी करीब 50 हजार है। इतनी बड़ी आबादी में भी कोई डिग्री कालेज न होना अपने आप में कई पैदा करता है ।
यहां की बालिकाएं इण्टर तक तो शिक्षा ग्रहण कर लेती है, लेकिन उसके बाद ग्रेजुएट ,पोस्ट ग्रेजुएट की शिक्षा हासिल करना एक सपना बनकर रह जाता है। क्योंकि पूरे कस्बे में एक भी डिग्री कॉलेज नहीं है। कस्बे के अलावा आस पास के गांवों के लोगों को उच्च शिक्षा के लिए शीशगढ़ से 35 किमी दूर मीरगंज में डिग्री कॉलेज जाना पड़ता है। लेकिन बालिकाएं फिर भी नहीं पहुंचती हैं।नतीजतन बालिकाएं उच्च शिक्षा से वंचित रह जाती है।
समाजसेवी हाजी अब्दुल सलाम शास्त्री ने बताया कि कस्बे में बालिकाओं की उच्च शिक्षा के लिए कोई भी पी जी कालेज न होना बड़ी शर्म की बात है। जनप्रतिनिधियों ने भी अब तक इस और ध्यान नहीं दिया। जिस कारण कस्बे में बालिकाओं की उच्च शिक्षा का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। जनप्रतिनिधि भी चुप्पी साधकर बैठे है किसी ने भी इस गंभीर समस्या की ओर ध्यान ही नहीं दिया। अब जनता जागी है अपना हक मांगने के लिए पहल कर रही है।